सारंगढ़ जनपद कार्यालय में पेंशन शाखा बना पैसा वसूली का अड्डा भाग १

चंद रुपयों के लिए शासन के नियमो को ताक में रख कर बना दिया अयोग्य का पेंशन
सारंगढ़ जनपद के समाजकल्याण विभाग का मामला,आर.टी.आई कार्यकर्ता को थमा दिया 81 हज़ार का बिल
सारंगढ़। सारंगढ़ नया ज़िला है, रोज़ नए नए कारनामे गढ़े जा रहे है। वैसे तो सारंगढ़ जनपद पंचायत कमीशन खोरी, भ्रष्टाचारी के लिए हमेशा ही चर्चा में रहा है, किंतु अभी एक नया मामला सामने आया है जिसको सुन कर आपके होश उड़ने वाले है।
बता दे की जनपद पंचायत कार्यालय सारंगढ़ में भारत सरकार और छत्तीसगढ़ सरकार के योजना अंतर्गत योग्य और पात्र हितग्राही को पेंशन बनाने का कार्य समाज कल्याण विभाग के अधीन होता है। किंतु सारंगढ़ जनपद कार्यालय में बैठे कुछ अघोषित कर्मचारियों के द्वारा अपात्र हितग्राही का 1000-500 रुपया लेकर विगत चार वर्ष में ही हज़ारों की संख्या में पेंशन बना दिया गया है।
ज्ञात हो की ज़रूरतमंद लोगों को मदद पहुँचाने की मंशा से सरकारें कई प्रकार की योजनाएँ लेकर आटी है किंतु ऐसे पदस्थ भेदियों के योजनाओं का लाभ सही व्यक्ति तक नही पहुँच पाता है।
इस ज्वलंत मुद्दे को लेकर सारंगढ़ के एक पत्रकार एवं आर॰टी॰आई॰ कार्यकर्ता के द्वारा विहित दस्तावेज सूचना के अधिकार अधिनियम 2005 के तहत जानकारी चाही गयी है, और ये जानकारी सार्वजनिक हो जाएगा तो ज़िम्मेदार अधिकारी फ़ीताशाही लोगों के कमरे से पर्दा उतर जाएगा इस कारण जानकारी देने से बचने के लिए जनपद कार्यालय द्वारा अनर्गल दस्तावेजो की संख्या बढ़ाकर आरटीआई कार्यकर्ता को 81 हज़ार का नोटिस थमा दिया गया,इस नोटिस पर कार्यकर्ता द्वारा चाही गयी जानकारी और आवेदन में लिखे दस्तावेज़ों को अवलोकन करना चाहा जिसपर जनपद कार्यालय द्वारा किसी भी प्रकार का रिस्पोंस नही गया जो यह बताता है की पर्दे के पिछे कई लोगों का चेहरा छुपा है और हम उन सभी चेहरों को बेनक़ाब करना चाहते है जिन्होंने ग़रीबों और ज़रूरतमंदो के लिए बनाए गए योजना और नियमो को ताक में रखकर चंद सिक्के कमाने के लिए अमीरों के घर में मुझरा कर रहे है।
बहरहाल सारंगढ़ जनपद पंचायत कार्यालय के सभी विभागों में भ्रष्टाचार और कमीशन खोरी आम बात है जिसको लेकर हम लगातार मुखर है।