ग्राम पंचायतो में विकास कार्य ठप..मायूस जनप्रतिनिधि

सारंगढ़ – ग्राम पंचायत चुनाव हुए महिने बीत गये लेकीन आज भी मानो ग्राम पंचायत में आचार संहिता लागू है ऐसा प्रतीति हों रहा है जिस तरह से आचार संहिता में विकास कार्य ठप होते है ठीक वैसा ही हाल प्रदेश के ग्राम पंचायतों का है जहां विकास कार्यों की बात करे तो कछुवे से भी धीमी चल रहीं है अभी भीषण गर्मी का मौसम चल रहा गांव की तालाब सूखे पड़े है कई ग्राम पंचायत की बोर बोरिंग खराब है लेकीन महज कुछ कार्यों को भी कराने के लिऐ पंचायत में कोई फंड नही नवनिर्वाचित सरपंच चुनाव में लाखो खर्च कर जीत कर आते है यह बात किसी से छिपी नहीं आज स्थिती ऐसा ही पंचायतो के सरपंच के हाथ खाली पड़े है कई ग्राम पंचायत के सरपंच ने तो आपनी मान सम्मान और जनता की सेवा करने की इच्छा के कारण कर्ज लेकर या इधर उधर हाथ पाव मारकर सामग्री उधार कर कार्य को करवाने के लिऐ मजबुर है
मनरेगा से लेकर मद तक ठप

ग्राम पंचायतों की अगर इस साल का आंकड़ा और पिछले पांच वर्षीय आंकड़ा निकाला जाए तो जमीन आसमान का फर्क नजर आएगा विकास कार्यों की सूचि में वर्तमान समय में ग्राम पंचायत के पास मनरेगा मजदूरी के लिए लोग ताक रहे की कब गांव में रोजगार गारंटी कार्य शूरू होगा कुछ वर्ष पीछे ही जाकर देखे तो स्थिती ऐसा था की तालाब गहरीकरण, सिंचाई नाली, चेकडेम, कच्ची सड़क निर्माण, मिट्टी मुरूम सड़क निर्माण, साफ सफाई, सुरक्षा दिवाल, पिचिंग कार्य, समतली करण, तालाब निर्माण, जैसे कार्यों से ग्राम पंचायत भरा पडा रहता था हर गांव में मनरेगा से ही आधे दर्जन से अधिक कार्य स्वीकृत होते थे ग्राम पंचायत नियत समय पर कार्य पुरा नही कर पाता था लेकीन आज स्थिती उसके विपरित चल रहा आज कुछ ही ग्राम पंचायत में कार्य चल रहे वही एक से दो नही और मद का कार्य तो अब पंचायतों के सपने में भी अभी तक नही आया है सही आकलन करे तो ग्राम पंचायतों में विकास कार्यों को लेकर स्थिती ठीक नहीं चल रहीं जिसकी वजह से सरपंच आज सिर्फ नाम के सरपंच रह गए है जिनका बस एक ही काम है गावो में पंचायती ( गुड़ी) करना
विकास कार्य में सिर्फ दो ही कार्य – पीएम आवास, महतारी वंदन

वही प्रदेश का सारा बजट लगता है प्रधानमंत्री आवास योजना और महतारी वंदन योजना में खर्च हो रहा सूत्र बताते है की ये दो योजनाओं ने बाकी योजनाओ को अजगर की तरह निगल लिया है और भली भाती दिखाई भी दे रहा है हर गांव में आवास का भरमार है पक्की आवास की गति खरगोश से भी ज्यादा तेज है महतारी वंदन योजना का तो हर महीना किस्त आ ही रहा है सरकार की बड़ी योजना पीएम आवास और महतारी वंदन योजना बहुत ही लाभकारी साबित हो रहा जनता इस बात से तो खुश है की उन्हे पक्का मकान मिल रहा लेकीन इन योजनाओं के बाद बाकी योजनाओ की कार्यों का अभी पिटारा नही खुला है और कब खुलेगा?

उम्मीदों पर टिका प्रदेश
हर कुछ संभव तो नही लेकीन विकास की गति धीमी है इसे नकारा नहीं जा सकता लेकीन उम्मीद तो अब इसी सरकार से जनता 5 वर्ष तक के लिए कर चूका है और आगे स्थिती इससे अच्छी होने के संकेत तो जरुर मिल रहे है हो सकता है कुछ महीनो में विकास कार्यों का पिटारा खुल जाएं हालाकि ऐसा नही है की कार्य नही हो रहे बड़ी बड़ी प्रोजेक्ट पर करोड़ो अरबों रुपये स्वीकृत हो चूके है और कार्य भी प्रारंभ है खैर अब देखना होगा की वर्तमान में पंचायत विकास कार्य को लेकर चिंतित हैं आगे शायद सुनहरा पन्ना पलट सकता है?